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दीपावली को लेकर गणेश जी और लक्ष्मी जी की मूर्ति बनाने में जुटे कुम्हार परिवार के सदस्य

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दीपावली को लेकर गणेश जी और लक्ष्मी जी की मूर्ति बनाने में जुटे कुम्हार परिवार के सदस्य

 

रजौली प्रखंड क्षेत्र में दीपावली को लेकर गणेश जी और लक्ष्मी जी की मूर्ति बनाने में जुटे कुम्हार परिवार के सदस्य लक्ष्मी पूजा नजदीक आते देख दीये व मूर्ति के निर्माण कार्य में तेजी आई है।रजौली के जगजीवन नगर स्थित कुम्हार टोली में दीपावली पर्व को लेकर गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति बनाने में पूरा परिवार जुटा हुआ है।मोहल्ले का ऐसा कोई घर नहीं होगा,जहां इन दिनों मिट्टी के गणेश व लक्ष्मी की मूर्ति,दीये और खिलौने न बनाए जा रहे हों।कुम्हार दीपावली आने से दो-तीन महीने पहले से ही काम करना शुरू कर देते हैं।कुम्हार अनिल पंडित और कृष्णा पंडित ने बताया कि वे और उसकी पत्नी के अलावे परिवार के अन्य सदस्य पिछले एक महीने से लगातार 14 से 16 घंटे मेहनत कर रहे हैं।वे प्रत्येक दिन सुबह चार बजे उठ जाते हैं।इसके बाद उन्हें मिट्टी तैयार करने में करीब एक घंटे का समय लगता है।मिट्टी तैयार करने के बाद वे करीब तीन घंटे तक चाक पर बैठे रहते हैं। इतनी मेहनत के बाद एक दिन में मात्र 1000 दीये तैयार हो पाते हैं।साथ ही कहा कि प्रत्येक दिन करीब 11 बजे तक दीया बनाने के बाद,वे मूर्ति के काम मे लग जाते हैं।वहीं टिंकू पंडित बताते है कि सब परिवार पूरे साल इस त्योहार के आने का इंतजार करते हैं।दीपावली आने से तीन महीने पहले ही लोग गांव से मिट्टी खरीदने का काम शुरू कर देते हैं।एक ट्रॉली मिट्टी करीब एक हजार रुपए की आती है,जो दो से तीन दिन में खत्म हो जाती है।इस बार गणेश जी और लक्ष्मी जी के जोड़े 100 रुपये के लेकर 300 रुपये तक बाजार में बेचे जाने की संभावना है।वहीं टिंकू पंडित की पत्नी ने बताया कि मिट्टी के दीये और गणेश-लक्ष्मी के अलावा भी कई दूसरे खिलौने भी बनाए जाते हैं।ये काम उनके पूर्वज भी किया करते थे।अब इसे उनके बच्चे भी सीख रहे हैं और काम में हाथ बंटाते हैं।उन्होंने बताया कि रंगाई का काम उनके बच्चे भी किया करते हैं।

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