कोचिंग संचालक बगैर परिजनों को जानकारी दिए छोटे-छोटे बच्चों को ले गए डैम घूमाने, परिजनों में भारी दहशत

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रजौली नगर पंचायत के नीचे बाजार स्थित कॉन्सेप्ट कोचिंग संस्थान में वर्ग सप्तम से लेकर दसवां तक के छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ाया जाता है। जहां क्षेत्र के छोटे-छोटे बच्चे पढ़ाई करने के लिए उक्त कोचिंग संस्थान में आते हैं जहां मंगलवार की सुबह बच्चों को कोचिंग संचालक रमेश कुमार द्वारा फुलवरिया डैम घूमाने के लिए छोटे छोटे बच्चों को ले जाया गया जिसकी जानकारी कोचिंग में पढ़ने वाले बच्चों के परिजनों को नहीं दिया गया। जब कोचिंग संस्थान में सुबह 9:00 बजे छुट्टी हुई तो परिजन अपने-अपने बच्चों को घर नहीं पहुंचता देख चिंतित होने लगे और कोचिंग संस्थान पहुंचकर जब बच्चों के बारे में जानकारी लेना चाहा तो कोचिंग संस्थान बंद पाया गया ।और कोचिंग संस्थान के शिक्षक रमेश कुमार का भी मोबाइल स्विच ऑफ पाया गया जिससे परिजनों को और ज्यादा चिंता सताने लगा जब परिजनों ने 5:00 बजे शाम को कोचिंग संस्थान के पास हल्ला हंगामा करना शुरू किया तो एक बच्चे आकर अपने परिजनों को बताया कि कोचिंग संस्थान के संचालक द्वारा हम सभी बच्चों को फुलवरिया डैम पर घूमने ले जाया गया था जो चार-पांच घंटे के अंतराल में किसी प्रकार का खाना ,पीना, नाश्ता व पानी वगैरह नहीं दिया गया जिससे हम सभी बच्चे भूखे प्यासे डैम पर छटपटाते रहे उसके बाद किसी प्रकार से वहां से भाग कर अपने घरों को पहुंचे ।तब सभी परिजनों को जानकारी हुआ कि उक्त कोचिंग संस्थान के संचालक द्वारा सभी बच्चों को बगैर सूचना का डैम घूमाने ले गया था ।वहीं डीह रजौली के दर्जनों परिजनों ने बताया कि डैम में ज्यादा पानी होने से हम सभी को चिंता सता रहा था की कोचिंग के एक शिक्षक हैं और दर्जनों बच्चे उनके साथ गए हैं कहीं कोई बच्चा इधर-उधर भटक कर अगर डैम में डूब गया तो उसका जवाबदेही कौन लेगा इसी बात को लेकर परिजनों ने कोचिंग संस्थान के पास हंगामा शुरू किया उसके बाद शाम 5:30 में कोचिंग संचालक अपने कोचिंग संस्थान पहुंचकर हल्ला कर रहे परिजनों को समझाने का कोशिश किया लेकिन परिजन समझने बुझने व मानने को तैयार नहीं थे ।परिजनों का कहना था कि उक्त मामले को लेकर थाना व एसडीओ को लिखित आवेदन देकर कोचिंग संस्थान संचालक पर कानूनी कार्रवाई करवाया जाएगा ।वहीं ग्रामीणों ने बताया कि रजौली में ऐसे दर्जनों कोचिंग संस्थान है जो बगैर निबंधन का व बगैर शिक्षा विभाग के मानक को पूरा किए हुए ही संचालित किया जा रहा है। जहां पर शिक्षा विभाग के किसी प्रकार का नियम कानून लागू नहीं होता है। बता दें कि रजौली में कुकुरमुत्ता के तरह गली मोहल्ले में कोचिंग संस्थान खोलकर क्षेत्र के गरीब गुड़वा ,भोले भाले सीधे-साधे लोगों को ठगने का कार्य किया जा रहा है। जिस पर रोक लगना अति आवश्यक है। नहीं तो दिल्ली जैसे कोचिंग संस्थान में घटना घटी है वैसे रजौली में भी घट सकती है।

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